रविवार शाम 4 बजे पहुंचेंगे, स्टेट गेस्ट होंगे, उदयपुर भी आने की संभावना, बोहरा समाज में खुशी की लहर
रविवार शाम ४ बजे पहुचेगे गलियाकोट
दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु दाई फातिमी डा. सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब रविवार को सरजमीं ए राजस्थान के कस्बे गलियाकोट (डूंगरपुर) आएंगे। साहबजादे (पुत्र) सैयदना मुफद्दल भाई भी उनके साथ रहेंगे। वे लोनावाला (खंडाला) से हेलीकॉप्टर से शाम चार बजे गलियाकोट स्थित हेलीपैड पर उतरेंगे, जहां से वे सैयदी फखरुद्दीन शहीद साहब की दरगाह में जियारत करेंगे और दरगाह परिसर में ही ठहरेंगे। सोमवार सुबह वापस उनके मुंबई जाने की सम्भावना है जब तक रहेंगे राज्य सरकार के मेहमान होंगे। उनके आगमन की खबर से बोहरा समाज में खुशी की लहर है और अकीदतमंदों ने उनके इस्तकबाल की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इनकी लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। शेख मुस्तफा के मुताबिक डा. सैयदना साहब गलियाकोट दरगाह परिसर में रहेंगे और तकरीर (प्रवचन) करेंगे। शनिवार से उनके प्रतिदिन का प्रोग्राम तय कर जारी किया जाएगा।
कौन हैं डा. सैयदना साहब
दाई फातिमी डा. सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब दाऊदी बोहरा समाज के 52वें दाई उल मुतलक (धर्मगुरु) हैं। उनके वालिद सैयदना ताहेर सैफुद्दीन के दुनिया से परदा लेने (इंतकाल) के बाद उन्हें यह पद हासिल हुआ। उनकी उम्र 101 वर्ष बताई जाती है। 13 साल की उम्र में उन्होंने दीनी तालीम पूरी कर ली थी। दुनिया के कई देशों में उनके मानने वाले हैं और वे ज्यादातर देशों की यात्रा कर चुके हैं। अरेबिक एकेडमी से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। इजिप्ट की अल अजहर यूनिवर्सिटी से उन्होंने डाक्टर ऑफ इस्लामिक साइंस, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से डाक्टर ऑफ थियोलॉजी, इराक में करबला की अहलुल बेत यूनिवर्सिटी से शहादत ए तकदीर, कराची यूनिवर्सिटी से डाक्टर ऑफ लिटरेचर की उपाधि हासिल की है। जॉर्डन सरकार ने उन्हें स्टार ऑफ जॉर्डन से नवाजा है। टेक्सास सरकार ने भी उन्हें स्टार ऑफ टेक्सास से नवाजा है। मक्का, मदीना, जॉर्डन, इजिप्ट सहित कई देशों में धार्मिक परियोजनाओं में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।