उदयपुर। अद्भुत प्रतिभा के धनी युवा अभिनेता लक्की गुप्ता के उदयपुर प्रवास का लाभ सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं को उठाना चाहिए तथा उन्हें अपने संस्थान में बुलाकर एकांकी नाटक क्रमां मुझे भी टैगोर बना दोञ्ज देखना चाहिए।
यह राय कल रात शहर के सुधिजनों के बीच उभरी, जब उन्होंने विद्याभवन के प्रेक्षागृह में लक्की गुप्ता की प्रस्तुति देखी। यह आयोजन नगर की प्रतिष्ठित संस्था क्रनादब्रह्मञ्ज और डॉ. मोहनसिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से हुआ, जिसमें स्कूली बच्चों के साथ अनेक रंगमंच प्रेमी भी मौजूद थे। लक्की गुप्ता ने अपने अभिनय कौशल से बड़ी संख्या में आए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस नाटक का कल 300वां शो था। अब तक इसे ढाई लाख बच्चें देख चुके है। यदि उदयपुर के विद्यार्थी इस नाटक को नहीं देखते है तो वे एक ऐसा अवसर खो देंगे, जिससे उनके जीवन में सार्थक परिवर्तन आ सकता था।