उदयपुर . शिक्षित व्यक्ति का सृजन करने में अपना विशेष योगदान देते हुए विश्वेश्वरैया कम्युनिटी संस्थान सांध्यकालीन एवं सप्ताहांत कॉलेज आरंभ कर रहा है। इसमें सांध्यकालीन एवं सप्ताहांत पाठयक्रमों का संचालन होगा। विशेष बात यह कि इनमें उम्र की कोई सीमा बंधन नहीं है।
संस्थान के इंजी. प्रदीप नागदा ने आज यहां पत्रकार वार्ता में बताया कि पहले चरण में एमबीए, पीजीडीसीए, बीसीए, एमसीए व बीबीए पाठयक्रम सुरेश ज्ञान विहार विश्ववि़द्यालय के अन्तर्गत संचालित होंगे। इसकी विशेषता यह है कि कोई भी व्यक्ति अपनी नौकरी-व्यवसाय को जारी रखते हुए अपनी शैक्षणिक योग्यता बढ़ा सकता है। इसमें किसी भी वर्ग उम्र के व्यक्ति, कामकाजी महिलाएं इसका लाभ उठा सकेंगे ताकि उसके उज्जवल भविष्य के अवसर बढ़ सके। आगामी योजना के अन्तर्गत संस्थान अन्य कई रोजगारोन्मुखी पाठयक्रमों व व्यक्तिगत कौशल विकास कार्यक्रमों को संचालित करेगा।
उन्होंने बताया कि भारत एक विकासशील देश है। इसकी विकास दर को जारी रखने के लिए शिक्षित मेनपावर एक आधार है। वर्तमान शिक्षा पद्वति अपेक्षित पैमाने पर शिक्षित व्यक्ति का सृजन नहीं कर पा रहीं है। इस कारण एक वैकल्पिक शिक्षा पद्वति की आवश्यकता महसूस की जा रहीं थी। कम्युनिटी कॉलेज की पद्वति में शिक्षा को समाज के साथ जोड़कर सभी वर्गों के सहयोग से एक विस्तृत आधार तैयार कर इस आवश्यकता की पूर्ति संभव हैं। विश्वश्वरैया कम्युनिटी संस्थान इग्नू के साथ जुड़कर 2010 से क्रियाशील है।