चित्तौडगढ, चित्तौडगढ जिले में मौसमी बीमारियों के प्रकोप के चलते मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने शनिवार को प्रभावित क्षैत्रों का दौरा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि इस दिन पूर्व जिले के कपासन उपखण्ड स्थित भवरकिया गांव में एक साथ १०० ग्रामीणों के बुखार से पीड़ित होने की जानकारी मिलने पर चिकित्सा पप्रशासन सकते में आ गया था। शनिवार को कुछ समाचार पत्रों में जिले में चार रोगियों के बुखार से मरने की जानकारी मिलने पर चिकित्सा विभाग सतर्क हो गया। शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ अधिकारी डॉ इन्द्रजीत सिंह ने कपासन के धमाना, दोवनी एवं भरवकिया गांवों का दौरा किया। इस दौरान मात्र ३० रोगी मोसमी बीमारियों से ग्रसित पाए गए जिनका चिकित्सा टीम ने उपचार कर रोग से बचाव की जानकारी दी।
चार रोगियाों के मरने के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि ये चारों अलग-अलग स्थानों के निवासी थे तथा इन सभी की लम्बी किसी बीमारी के कारण गुर्दे खराब होने से मृत्यु हुई न कि किसी मौसमी संक्रमण से ।