उदयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 11 सितम्बर को सलूंबर में होने वाली आमसभा की तैयारियां पार्टी और प्रशासन युद्धस्तर पर चला रहे हैं। सरकार का प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद और चॉक चौबंद है। पार्टी का हर छोटा-बड़ा पदाधिकारी और नेता सभा को पूरी तरह सफल बनाने की जुगत में लगा हुआ है। सलूंबर में आमसभा का विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है, जिसमें दो लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। सभास्थल पर तैयारी का जायजा लेने के लिए संभाग के सभी मंत्री, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, दया राम परमार, सांसद रघुवीर मीणा दिन-रात दौरा कर रहे हंै। प्रशासनिक अधिकारी भी तैयारी पर पूरी नजऱ बनाए हुए हंै। जिला कलेक्टर आशुतोष पेढणेकर और एसपी महेश गोयल ने भी सलूंबर का दौरा करके तैयारियों का जायजा लिया है।
विधानसभा चुनाव प्रचार का शंख नाद:
माना जा रहा है कि 11 सितम्बर को राहुल गांधी की सभा के साथ ही राज्य में विधानसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद किया जाएगा और इसीलिए सभा को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए बूथ लेवल तक का कार्यकर्ता इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। शहर कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज अहमद शेख ने बताया कि शहर से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सलूंबर पहुंचेंगे, जिसकी व्यवस्था पूरी कर ली गई है। कार्यकर्ताओं को सलूंबर पहुंचाने के लिए वाहनों की हर जगह से व्यवस्था की गई है। देहात जिला प्रवक्ता हेमेंद्र श्रीमाली ने बताया की आठ विधानसभा क्षेत्रों से एक लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है। हर क्षेत्र के पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं को ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आज रात तक गांव-गांव, कस्बे-कस्बे में राहुल गांधी की सभा के पोस्टर लग जाएंगे।
अधिकारियों का डेरा:
उदयपुर शहर और सलूंबर में राहुल गांधी की सभा के लिए राज्य के कई विभागों के अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। सभी अधिकारी सभा को सफल बनाने की तैयारी में अपनी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हंै। राज्य आरटीओ के बड़े अधिकारी भी यहां पिछले दिनों से आए हुए हैं, जिन्होंने संभाग में हर जगह बसें भेजने की पूरी जिम्मेदारी संभाल रखी है। बसे संभाग से ही नहीं बल्कि राज्य के कई हिस्सों स मंगाई गई है।
वकील विरोध में:
हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर अधिवक्ता मुख्यमंत्री के विरोध में उतरे हुए है। संभाग में हर जगह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के विरोध का निर्णय किया गया है। गौरतलब है कि अधिवक्ताओं ने पहले ही 11 सितम्बर तक न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर रखा है। कलेक्टर को पत्र लिख कर पांच अधिवक्ताओं से राहुल गांधी से मिलने की अनुमति भी मांगी है। सूत्रों के अनुसार अगर अनुमति नहीं मिली तो तब भी अधिवक्ता राहुल की सभा में पहुंचेंगे और विरोध करेंगे। हालांकि इस बात का कोई खुलासा नहीं कर रहा है, लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन इस बात को लेकर सतर्क है कि राहुल गांधी की सभा में कोई भी अप्रिय घटना नहीं हो जाए।