दीपावली मेले के छठे दिन शनिवार को मिराज ग्रुप की ओर से आयोजित शिबानी कश्यप नाइट में रॉक एंड रोल के साथ ही सूफियाना अंदाज की प्रस्तुतियों ने मेलार्थियों को साथ झूमने पर मजबूर कर दिया। साथ में आए ग्रुप ने भी सधी हुई प्रस्तुतियों से सभी को रोमांचित कर डाला। शिबानी ने मंच पर आते ही अपने ही गाए सजना आ भी जा… की प्रस्तुति देकर अपना परिचय दिया। उसके बाद हो गई है मुहब्बत… दम मारो दम… ये मेरा दिल प्यार का दीवाना… पिया तू अब तो आ जा… होगा तुमसे प्यारा कौन… से कार्यक्रम का पहला चरण पूरा किया। पहले चरण में मंच पर लाइट बंद होने के बावजूद शिबानी ने गाना जारी रखा।
आफरीन अंदाज
दूसरे चरण में शिबानी ने मंच से आफरीन आफरीन… से लाजवाब शुरुआत की। जिसे सुनकर वरिष्ठ श्रोता भी मदमस्त हो गए। उसके बाद नूसरत फतह अली खान का पिया रे पिया रे थारे बिना लागे ना म्हारा जीया रे… की धमाकेदार प्रस्तुति देकर बैठे हुए श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। दर्शक दीर्घा का नजारा उस समय देखने लायक हो गया जब शिबानी ने स्लमडॉग मिलेनियर का जय हो… जय हो… प्रस्तुति दी। सूफियाना अंदाज के प्रशंसकों की मांग पर यारा सिली सिली… की प्रस्तुति दी।
आखिर में जिन्दा हु में
कार्यक्रम का अंतिम चरण रॉक एंड रोल रहा। इस दौरान मंच से शिबानी ने होगा तुमसे प्यारा कौन… कमबख्त इश्क हैजो… जिंदा हूं मैं… के बाद रा वन के छम्मक छल्लो… और बा खुदा बा खुदा… की धमाकेदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंतिम छोर पर कश्यप ने दमा दम मस्त कलंदर… देकर उदयपुर को अलविदा कहा
खचाखच रहा पांडाल
अन्य दिनों की अपेक्षा शिबानी कश्यप नाइट में शहरवासियों की खासी भीड़ रही। मेले में पांव रखने का स्थान तक नहीं रहा। मेले में घूम फिर कर थक चुके शहरवासियों ने परिसर में आराम से बैठकर कार्यक्रम का आनंद लिया। जगमगाती आकर्षक लाइटिंग और खुले वातावरण में शिबानी कश्यप नाइटको यादगार बनाया