उदयपुर,। चाइल्ड फण्ड इण्डिया के उदयपुर एरिया कार्यालय के तत्वावधान में बाल श्रम के लिए मानव तस्करी की रोकथाम में विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं के आपसी तालमेल एवं समन्वय की आवश्यकता को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन यहां स्वरूप विलास होटल में हुआ, जिसमें 50 से अधिक प्रतिभागियों ने सहभागिता निभाते हुए इस समस्या के समाधान स्वरूप गहन मंथन किया।
यह जानकारी देते हुए चाइल्ड फण्ड इण्डिया उदयपुर एरिया प्रोग्राम के समन्वयक जोसफ मैथ्यु ने बताया कि बाल श्रम के लिए हो रही मानव तस्करी की रोकथाम हेतु आयोजित इस कार्यशाला में श्रम विभाग, पुलिस विभाग (मानव तस्करी रोकथाम) चाइल्ड लाईन उदयपुर, बाल संरक्षण समिति, आई.सी.पी.एस. और सेन्टल फोर चाईल्ड हक नई दिल्ली सहित कई स्वयं सेवी संस्थओं के प्रतिनिधियों ने भग लेकर मानव तस्करी की रोकथाम में आने वाली समस्याओं संसाधनों की कमी, विभिन्न विभागों के आपस में तालमेल और सामंजस्य के अभाव पर विस्तारपूर्वक विचार विमर्श किया और साथ ही मानव तस्करी की रोकथाम में सभी विभागों के बेहतर तालमेल, पकड़े गये बाल श्रमिकों को संरक्षण स्थल पर पहुंचाने के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध कराने, आजाद हुए बाल श्रमिकों के प्रति संवेदनशीलतापूर्ण व्यवहार और बेहतर संरक्षण प्रदान करने पर सुझाव दिये गये। इसके अलावा कार्यशाला में बालकों द्वारा स्कूल छोड़ कर बाल श्रम की ओर प्रवृत होने से पहले की सामाजिक व आर्थिक स्थिति का सही आकलन, कारण और उसके स्थायी निवारण पर भी मंथन किया गया।
कार्यशाला में श्रम विभाग के पूर्व निदेशक सुनील मित्तल, चाईल्ड लाईन की विमला चौहान, पुलिस विभाग (मानव तस्करी रोकथाम) के छोटे खां, श्रम निरीक्षक आई.यू.खान, आई.सी.पी.एस. उदयपुर के जिला बाल संरक्षण अधिकारी दिनेश कुमार, सेन्टर फोर चाईल्ड हक नई दिल्ली की भारती अली, चाईल्ड फंड इण्डिया की बृन्दा शर्मा सहित स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।