जिला क्रिकेट की लड़ाई अब सड़क पर

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महेन्द्र शर्मा का पुतला फूंका

उदयपुर, शहर जिला कांग्रेस कमेटी खेल प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष एवं उदयपुर जिला क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव रविन्द्रपाल ङ्क्षसह कप्पू व कई पुराने क्रिकेटर्स ने जिला क्रिकेट संघ के सचिव महेन्द्र शर्मा से इस्तिफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर उन्हें खुद ही इस्तिफा दे देना चाहिए उनके ऐसा न करने पर सोमवार को सुबह ११ बजे एडीएम सिटी को ज्ञापन दिया व ११.३० बजे चेतक सर्कल पर महेन्द्र शर्मा का पुतला फूंका। कप्पू ने आरोप लगाया कि खुद ही आरसीए का कोषाध्यक्ष होने के नाते उदयपुर में बेठे बेठे ही अपना लाखों रूपये का टीए व डीए बना कर खुद ही चेक पर साईन करके लाखों रूपये उठा लिये है इसकी एक जांच कमेटी बेठाई जाये जो कि निष्पक्ष जांच करें। इससे पहले भी पूर्व अध्यक्ष विवेकभान ङ्क्षसह आरसीए में पोस्ट पाने के लिए उदयपुर के कोषाध्यक्ष बन गये। कुलदीप माथुर वरिष्ठ उपाध्यक्ष से कार्यकारिणी मेम्बर बन गये। उदयपुर क्रिकेट की किसी को पहरवा नहीं है सब अपने हितों को बचाने में लगे है पिछले तीन यह चौथा साल सुखाडिया लीग के क्वालीफाईग मेच नहीं करवा रहे है महेन्द्र शर्मा को पता है कि सुखाडिया लीग के सी डिविजन की दो टीमें बाहर जाती है व क्वालीफईग मैच जीतकर दो नई टीमे अंदर आती है। यानि की आठ टीमे नई आ जाती है तो उनकी वोटिंग क्लब कम हो जाती है और वह चुनाव हार सकते है फीर अपने फायदे के लिए नये खिलाडियों को बलि का बकरा बनाया जाता है क्यों कि क्वालिफाईंग मैचो में ज्यादा से ज्यादा खिलाडी ही होते है। सुखाडिया लीग के ए डिविजन के कई मैच नहीं हुए उससे उदयपुर की टीम बनती है। टीन बनने के लिए सुपर लीग मैच होते है। टीम का पन्द्रह दिन का कैम्प लगता है लेकिन आजकल तो एक फील्ड क्लब का कोच खुद के खिलाडियों को लेकर उदयपुर की टीम बना देता है वहीं टीम मैच खेलकर आ जाती है जिसे सचिव महेन्द्र शर्मा का पुरा सपोर्ट है क्यों कि उसने करीब छह टीमे बना रखी है जिससे उसके छह वोट है उसी वजह से महेन्द्र उससे दबता है ओर वह चाहता है कि जिसको टीम में रखवा देता व जिसे नहीं चाहता उसे टीम से बाहर करवा देता है तथा सरेआम चेलेंज देता कि जो उसकी एकेदमी से खेलेगा वहीं उदयपुर टीम मे होगा। उदयपुर क्रिकेट को तीन एम ने अपने शिकंजे में ले रखा है महेन्द्र शर्मा, मनोज चौधरी, मनोज भटनागर इन तीनों ने अपने फायदे व अपने पद बचाने के लिए कई क्रिकेटरों की बलि दे दी है। ऐसे आदमियों को तुरन्त पद से हटाना चाहिए। अब उदयपुर के क्रिकेटर जाग गये है खिलाडियो को ब्लेक मेल किया जाता है व क्लब वालों को भी ब्लेकमेल व लालच दिया जा रहा है। पुराने क्रिकेट के.जी.मूदडा, चन्द्रशेखर माथुर, हरिश खैरादी,पंकज भारद्घाज आदि कई खिलाडियों ने संविधान में छेडछाड करने की कडी भत्र्सना की है।

 

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