चित्तौडगढ, । स्थानीय महाराणा प्रताप स्नातकोतर महाविद्यालय में सोमवार केा परीक्षा के दौरान माहौल गरम रहा। महाविद्यालय के प्राचार्य छात्रसंघ अध्यक्ष पर नकल करने का आरोप लगा रहे है, वही छात्रसंघ अध्यक्ष इसे एक साजिश बता रहे है।
कथित सूत्रो के अनुसार घटना इस प्रकार है कि सोमवार सवेरे ७.३० बजे से महाविद्यालय में परीक्षा चल रही थी। इस दौरान लगभग ८.३० बजे छात्रसंघ अध्यक्ष विक्रम जाट उत्तरपुस्तिका अपनी टेबल पर छोडकर परीक्षा कक्ष से बाहर आ गया और पासबुक पढने लगा। इस घटना का पता महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य प्रोफेसर एसके ठक्कर को पता चला तो वह छात्रसंघ अध्यक्ष को सम्भालते हुए बाहरी की ओर आए तो वहां छात्रसंघ अध्य$क्ष विक्रम जाट पासबुक पढते हुए पाया गया। इस पर प्राचार्य द्वारा पुछताछ करने पर उसने वह पासबुक प्राचार्य को दे दी और नकल करने से इंकार किया। जब बात करते करते वह एनसीसी रूम के सामने से गुजर रहे थे तो छात्रसंघ अण्यक्ष ने तीन अन्य कागज भी एनसीसी रूम मेें फैंक दिए। परीक्षा कक्ष के बाहर पहुंचने के बाद जाट को दूसरी कोपी लेकर परीक्षा देने के लिए कहा गया तो उसने मना कर दिया और कहा मैं नकल नही कर रहा था और वह वहां से बाहर जाने के लिए निकल पडा। निकलते निकलते उसने कागज पर लिखा की मेरे उपर जो आरोप लगाए गए है वह निराधार है मैं नकल नही कर रहा था। इस संबंध में महाविद्यालय प्राचार्य ठक्कर का कहना है कि पूरा कैस बना कर आगे भेजा जाएगा। परीक्षा कक्ष में तो नही लेकिन बाहर की ओर विक्रम जाट की पासबुक के साथ देखा गया था।
इधर विक्रम जाट का कहना है कि मुझे गलत फसाया जा रहा है। तीन चार दिन पूर्व महाविद्यालय में एक कार्यक्रम में प्राचार्य ठक्कर से मेरी नौकझोंक हो गई थी। उस समय उन्होने मुझे देख लेने की बात कही थी और उसकी का यह नतीजा है। मैं बाहर पासबुक नही पढ रहा था मैं पानी पीने गया था और मेरे उपर जो भी नकल के आरोप लगाए गए है वह निराधार व गलत है।