कुछ लोग अपनी एक-एक करके अपने हाथ की सारी उंगलियों को चटकाते हैं और कुछ दोनों हाथों की उंगलियाँ एक-दूसरे में फंसा कर.
अगर आप ऐसा करते हैं तो हो सकता है कभी ना कभी किसी ना किसी ने आपको ये बताया होगा कि ऐसा करने से गठिया हो सकता है.
ऐसे कई सर्वे सामने आए हैं जिनमें 25 से 54% लोग उंगलियाँ चटकाते हैं और महिलाएं के मुकाबले में मर्दों को ये आदत अधिक होती है.
तो उंगलियाँ चटकाने और गठिया होने के बीच संबंध का आइडिया कहां से आया.
इस बारे बहुत कम शोध हुआ है. और इनमें से सबसे दिलचस्प है कैलिफ़ोर्निया के डॉक्टर डोनाल्ड उंगर का. वे साठ वर्षों से एक हाथ की उंगलियाँ चटका रहे हैं.
उनका निष्कर्ष – मैं अपनी उंगलियाँ को देखकर कह सकता हूं कि इनमें गठिया का कोई नामो-निशान नहीं है
लक्षण
ये एक तथ्य है कि जिन लोगों को गठिया होता है उन्हें कई जोड़ों के चटखने का अहसास होता है क्योंकि उनका कार्टिलेज क्षतिग्रस्त हो चुका होता है.
हालांकि ऐसा होना गठिया होने का पहला संकेत नहीं होता और पहले से ही जोड़ों को हो चुके नुकसान का परिणाम होता है.
गठिया के कारणों में उम्र, परिवार का इतिहास, दुर्घटना या उम्र भर हाथ से मशक्कत करना शामिल है.
फ़िर भी, क्या उंगली चटकाने से क्यो कोई अन्य क्षति हो सकती है? कभी-कभीर उंगलियाँ चटकाने से ख़ुद को चोट पहुंचाने की ख़बरें आती रहती हैं, जिसमें अंगूठे या उंगली में चोट शामिल होती. लेकिन ये आम बात नहीं है.
तो अगर आप उंगलियाँ चटकाते हैं, तो चटकाते रहिए लेकिन लॉस एंजिलस के नर्सिंग होम में हुई रिसर्च को याद रखिए.
उस रिसर्च में कहा गया था, “उंगलियाँ चटकाने का सबसे ख़तरनाक असर आपको ऐसा करते हुए देखने वाले पर होता है.”