नौकरी और उदयुपर-अहमदाबाद ब्राडगेज में ठेका दिलवाने का मामला
उदयपुर, शहर के नजदीक डबोक थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने एक आरोपी के खिलाफ रेलवे में उसके पुत्र को नौकरी और उसे उदयुपर-अहमदाबाद में ब्राडगेज में ठेका दिलवाने के नाम पर २५ लाख रूपए नकद हडपने का मामला दर्ज हुआ है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बाबूलाल पुत्र चंदना डांगी निवासी मंदेसर ने मामला दर्ज करवाया कि आरोपी ईस्माईल पुत्र जीवा भाई शेख निवासी पाटन मेहसाणा गुजरात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि आरोपी ईस्माईल कुछ समय पूर्व रामलाल पुत्र देवा डांगी निवासी मंदेसर के घर पर आया था। आरोपी ने अपने आपको अहमदाबाद के कालूपुर में रेलवे में अच्छे पद पर बताया। इसके साथ ही आरोपी ने बताया कि उसकी रेलवे में अधिकारियों से अच्छी जान-पहचान है और वह किसी को भी आसानी से भर्ती करवा सकता है। आरोपी ने बताया कि उदयपुर के रेलवे अधिकारी भी उसे अच्छी तरह से जानते है और उदयपुर-अहमदाबाद ब्रोडगेज में मशीनरी का काम दिलवाने का झांसा दिया।
यह देखकर बाबूलाल ने इस्माईल से अपने पुत्र कैलाश् को रेलवे में नौकरी दिलवाने के लिए कहा तो आरोपी आसानी से मान गया और कहा कि पहले उच्चाधिकारियों को संतुष्ट करना होगा इसके लिए उसने ५० हजार रूपए मांगे। जो उसने गांव के ही जगदीश के सामने आरोपी को दिए। ३ दिन बाद आरोपी फिर से आया और अपने साथ स्टॉम्प व रेलवे विभाग की सरकारी मुहर लेकर आया था। आरोपी ने स्टॉम्प पर उसके पुत्र के हस्ताक्षर करवाए और कहा कि दो माह रेलवे की ओर से लैटर आएगा जिसमें उसके पुत्र कैलाश की नियुक्ति होगी। २२ दिन बाद आरोपी फिर से आया और शीघ्र ही उसके पुत्र कैलाश को नौकरी लगवाने की बात कहता हुआ ५० हजार रूपए ले लिए।
इसी दौरान आरोपी ने उदयपुर-अहमदाबाद ब्रोडगेज में बिना टेंडर किए ठेका दिलवाने का झांसा दिया। आरोपी ने बताया कि यह ठेका करोडों रूपए का है और एक बार काम पूरा होने पर पूरे परिवार को जीवन में कभी काम करने कीह आवश्यकता नहीं पडेगी। इसके एवज में आरोपी ने ३० से ३५ लाख रूपए की व्यवस्था करने के लिए कहा। जिस पर उसने अपने ट्रके, ट्रेक्टर और जमीन को गिरवी रखकर २५ लाख रूपए की व्यवस्था की। ३ जुलाई २०११ को आरोपी आया और बोला कि साहब उदयपुर आ रहे है और उनसे मिलाने के बहाने आरोपी पीडित बाबूलाल को उदयपुर लेकर आ गया। इसके बाद आरोपी ने जगदीश पुत्र गणेशलाल निवासी डबोक, कन्हैयालाल पुत्र नंदा डांगी डबोक, पुष्कर पुत्र चैनराम डांगी निवासी बाठेडा की सराय और राममाल पुत्र देवा गमेती निवासी मंदेसर के सामने आरोपी को २५ लाख रूपए नकद दिए।
आरोपी उसे अपने साथ उदयपुर लेकर आया और उदयपुर में उसे पश्चिमी रेलवे के कार्यालय में कई स्थानों पर घुमाया और जाते समय ५ हजार रूपए भी लेकर चला गया। जाते समय आरोपी ने दो माह में उसके पुत्र का रेलवे की नियुक्त पत्र आने का आश्वासन दिया। इसके बाद आरोपी ने फोन नहीं किया तो उसने एक माह बाद आरोपी को फोन किया तो आरोपी ईस्माईल ने अधिकारियों से वार्ता करने की बात कहते हुए कुछ दिन ठहरने के लिए कहा। कुछ दिनों बाद फिर से फोन किया तो आरोपी ने उसे पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद से ही उसका फोन बंद आर रहा है। इस बारे में जब उसने उदयपुर आकर रेल्वे में सम्पर्क किया तो रेलवे के अधिकारियों ने उदयपुर-अहमदाबाद ब्रोडगेज का ठेका दिल्ली से होने और किसी ईस्माईल नामक युवक को जानने से इंकार कर दिया। इसके बाद उसने न्यायालय के माध्यम से थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।