उदयपुर, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं उदयपुर शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया की प्रस्तावित ’लोक जन जागरण यात्रा’ को पार्टी आलाकमान ने फीलहाल स्थगित कर दिया है। यह निर्णय सोमवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतिन गडकरी के आवास पर हुई कोर कमेटी की बैठक में लिया गया। इस यात्रा के लिए अगली तारीख जयपुर में ५ मई को आयोजित कोर कमेटी की बैठक में तय की जाएगी।
जानकारी के अनुसार २ मई से ऋषभदेव से शुरू होने वाली ’लोक जन जागरण यात्रा’ को पार्टी आलाकमान ने एक व्यत्ति* विशेष की यात्रा मान स्थगित कर दिया है। इस यात्रा को व्यत्ति* विशेष की बता वसुंधरा खेमा इसका विरोध कर रहा था। विरोधी खेमे ने इस संबंध में पार्टी आलाकमान को इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। इस संबंध में गडकरी द्वारा यात्रा से पूर्व कोर कमेटी की सहमति के लिए कहा था। बैठक के बाद बताया गया कि यात्रा पर रोक नहीं लगाई तथा ना ही रद्द की गई सिर्प* पि*लहाल स्थगित कर किया गया है।
जानकारी सूत्रों ने बताया कि यात्रा अब सिर्प* कटारिया की नहीं होकर भाजपा की होगी, चाहे सारथी कटारिया ही हो। रथ अब पार्टी का होगा। दिल्ली में आयोजित इस कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी, प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे सिंधिया, प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी एवं गुलाबचंद कटारिया शामिल हुए थे। इसके अलावा स्थानीय भाजपा जिला पदाधिकारियों की उपस्थिति राजस्थान हाउस में रही।
कटारिया खेमे में निराशा: कटारिया की लोक जन जागरण यात्रा को पार्टी अलाकमान द्वारा स्थगित कर दिए जाने के पै*सले के बाद उदयपुर शहर में कटारिया खेमे में निराशा छा गई। कई दिनों से कटारिया की इस प्रस्तावित यात्रा को लेकर की जा रही तैयारियों पर विराम लग गया और मायूसी छा गई। वहीं कटारिया विरोधी गुट ने पार्टी अलाकमान के पै*सले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे कार्यकर्ताओं में पार्टी के प्रति समर्पण एवं त्याग बढेगा क्योंकि यह लोक जन जागरण यात्रा पार्टी की आ$ड में सिर्प* एक व्यत्ति* विशेष को शत्ति*शाली बनाने के लिए निकाली जा रही है। इस यात्रा का उद्देश्य पार्टी से उद्देश्यों के परे था।
बांसवा$डा संवाददाता के अनुसार पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया द्वारा निकाली जाने वाली जनजागृति यात्रा पर रोक लगने से भाजपाई खुश नजर आ रहे हैं। पार्टी आलाकमान से इसके बारे में अंतिम निर्णय नहीं लिया है लेकिन कार्यकर्ताओं को इस बात की प्रसन्नता है कि कटारिया द्वारा अपने निजी स्तर पर निकाली जाने वाली यात्रा को पार्टी आलाकमान ने निरस्त कर दिया है। भाजपा के लोगों का कहना है कि कटारियां इससे पूर्व भी जिले में बिना पार्टी की सूचना के कई बैठकें कर चुके हैं। ऐसे में कार्यकर्ता असमंजस्य में है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कई भाजपाई नेताओं ने कहा कि कटारिया हमेशा संघ की दुहाई देते हैं जबकि संघ राजनीति से कौसो दूर है। भाजपाइयों का कहना है कि यदि कटारियां को वास्तव में संघ का ही काम करना है तो उन्हें राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए। भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रति ही आशा की किरण नजर आ रही है। इस जनजाति बहुल क्षेत्र में ४५ से अधिक यात्राएं कर चुकी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जुडाव कई जनजाति लोगों से हो गया है। इधर यदि कटारिया व वसुंधरा समर्थकों की ओर देखा जाए तो जनजाति क्षेत्र के अधिकांश नेता वसुंधरा के खेमें में न*ार आते हैं। पूर्व सांसद धनसिंह रावत, पूर्व विधायक नवनीतलाल निनामा से लेकर विधानसभा चुनाव लडे धर्मेन्द्र राठौड, पूर्व विधायक जीतमल खांट आदि जनजाति क्षेत्र के नेता वसुंधरा के पक्ष में हैं। इधर कटारिया गुट में स्वर्ण जाति के लोग ही दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में कटारिया की यात्रा पर रोक लगने से जनजाति क्षेत्र के भाजपाइयों में हर्ष है।