सभापति व आयुक्त एक दूसरे पर टालते रहे
उदयपुर, भूपालपुरा मे अवैध निर्माण तोडने गया नगर परिषद का दस्ता शाम को बैरंग लौटा और सभापति तथा नगर परिषद आयुक्त एक दूसरे पर आरोप मंढते रहे।
भूपालपुरा मेन रोड पर अखिलेश सुहालका और उनके साझेदारों द्वारा बनाया जा रहा चार मंजिला व्यवसायिक भवन की दो मंजिलों को तोडने पहुंचा नगर परिषद का दस्ता सुबह से शाम तक वहीं बैठा रहा लेकिन एक ईट भी नहीं हिला पाया। इस भवन की नगर परिषद से २ मंजिलों की ही स्वीकृति ली गई थी। जबकि इसको चार मंजिलो तक बढा दिया गया है। दो दिन पूर्व रात में छत डालने के विरोध में क्षेत्रवासियों ने रात के एक बजे सभापति की नींद से जगाया था जिसके बाद ठेकेदार और मजदूरों से काम बंद करवा वहां से रवाना किया उसी को क्षेत्र वासियों के अवैध निर्माण की शिकायत पर अतिक्रमण निरोध दस्ता वहां पहुंच तो गया लेकिन कुछ नहीं कर पाया। राजस्व अधिकारी नाना लाल रेगर का कहना है कि उन्हे पुलिस जाप्ता उपलब्ध नहीं हो सका और निर्माणकताओं ने कहा कि हम स्वयं गिरा देगें इसलिए आगे की कार्यवाही नहीं की जबकि सभापति का कहना है कि यह काम आयुक्त का है और वही इस बात का जवाब देगें। आयुक्त ने दबी जबान में स्वीकारा की आज कार्यवाही नहीं हुई शायद सभापति की मंशा नहीं थी इसको तोडने की अब मंगलवार को बोर्ड की बैठक है तो कोई कार्यवाही नहीं होगी। इसलिए यदि प्रशासनिक समिति ने उपर की दो मंजिलो की स्वीकृति देदी तो फिर कार्यवाही नहीं होगी।
अतिक्रमण तोडने का नाटक परिषद के अधिकारी और जनप्रतिनिधि दिन भर करते रहे लेकिन जब शाम को जवाब देने की बारी आयी तो एक दूसरे पर आरोप मढते नजर आये