उदयपुर,महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्षा ममता शर्मा जेल में महिला जेल में महिलाओं कैदियों से मिलने के बाद पुलिस को शिकायत करते नजर आई। महिला अधिकार अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष ममता ने जेल में महिला कैदियों से मिलने के बाद बताया कि महिलाओं की कानुन के प्रति सजग करने के लिए राष्ट्र स्तर पर महिला अधिकार अभियान चलाया जा रहा है यह अभियान की शुरूआत राजस्थान के कोटा जेल में महिलाओं से मिलने के बाद महिला आयोग अध्यक्ष ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर पुलिस के खिलाप* बहुत शिकायतें है। इन शिकायतों को सुन कर लगता है कि अपराधी खुले घुम रहे है और पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। पुलिस को हिदायत देते हुए ममता ने कहा कि पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहे है उनको रोकने में पुलिस का बड योगदान होता है और उन्हे यह जिम्मेदारी निभानी चाहिए। ममता शर्मा ने कहा कि आज भी देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है ओर इसके लिए पुलिस प्रशासन को संवेदनश्ील होकर काम करना पडेगा। महिला आयोग की अध्यक्ष द्वारा लगाये गये आरोप के बारे में उदयपुर आईजी गोविन्द गुप्ता से पूछा तो उन्होनेंं कहा कि ’’ इस विषय में क्या कहुं उन्होने क्यू और किसलिए ऐसा कहा इसकी जानकारी होने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा।
राष्ट्रीय महिला आयेाग की अध्यक्ष ममता शर्मा से जनजाति विकास मंत्री की पत्नी की शिकायत के बारे में पूछा तो उन्होने राज्य महिला आयोग मे जनजाति विकास मंत्री महेन्द्र जीत ङ्क्षसह मालवीया पर अपने बच्चों से नहीं मिलने देने पर शिकायत दर्ज की है तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हे तो एक मा अपने बच्चों से मिलने देना चाहिए नहीं मिलने देते तो यह गलत है। हांलाकि अगर नहीं मिलने देेगें तो कोई कारण होगा जो मेरी जानकारी में नही है। मामला राज्य महिला आयोग के पास आया है।