उदयपुर, अक्षय तृतीया के अवसर पर मंगलवार को लेकसिटी में विवाह समारोह की धूम रही। शाम को बैण्डबाजों की गूंज एवं ढोल नगाडत्रों की थाप से शहर गूंज उठा। इस अवसर पर टाउनहॉल में आयोजित सालवी समाज के सामूहिक विवाह में १३ जो$डे परिणय सूत्र में बंधे।
अक्षय तृतीया पर मांगलिक रस्मों के लिए मुहूर्त की जरूरत नहीं होती है। इसलिए इस दिन सावों सहित अन्य मांगलिक रस्मों की धूम रहती है। मंगलवार को विवाह समारोह की अधिकता की वजह से शहर की अधिकांश वाटिकाएं और नोहरे फुल थे। इसके साथ ही कई कॉलोनियों में सडक पर ही शामियाने तानकर वैवाहिक रस्मे पूर्ण की जा रही थी।
विवाह समारोह के चलते बाजारों में सुबह से ही रेलमपेल लगी रही। बेंड बाजों के साथ बारात निकलने का क्रम देर रात को देर तक चलता रहा वहीं शहर की गलियां बैण्डबाजों की स्वरलहरियों से गूंजायमान रही। इधर वाटिकाओं में भी विविध मांगलिक रसें पूर्ण रितीरिवाज से पूरी की गई। शहरवासी सज-धजकर विवाह समारोह में जाते नजर आएं।
समारोह की अधिकता के चलते लोगों के घरों में आज के ही तीन से चार निमंत्रण पत्र पहुंच गए हैं। इसके चलते मेहमान भी असमजस में है कि किसके यहां जाएं और किसके यहां नही। विवाह समारोहों वाले घरों व वाटिकाओं को बिजली की रोशनी से आकर्षक रूप से सजाया गया है। इन घरों व वाटिकाओं में चल रही मांगलिक रस्मों के चलते उत्सवी माहौल है।
सालवी समाज: अक्षय तृतीया पर टाउनहाल परिसर में सालवी समाज का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित हुआ। इस समारोह में समाज के १३ जोडो के परिणय सूत्र में बंधे । समारोह को लेकर सुबह बैण्डबाजों के साथ शोभा यात्रा निकाली गई। यह शोभा यात्रा शहर के सूरजपोल स्थित सत्यनारायण भगवन के मंदिर से शुरू होकर विभिन्न मार्गों से होती हुई समारोह स्थल टाउनहॉल पहुंची,जहां दूल्हों ने तोरण की रस्म अदा की। इसके बाद अतिथियों के रूप में मौजूद संसदीय सचिव व विधायक गजेन्द्रसिंह शक्तावत व समाज के वरिष्ठ लोगों ने वर-वधुओं को आर्शीवाद दिया। बाद में वर-वधुओं के वरमाला व फेरों की रसें हुई। विवाह समारोह में समाज के लोगों ने बडी संया में भाग लिया।